एक समय था जब मैंने पहली बार समुंदर देखा । एक समय था जब मैंने पहली बार समुंदर देखा ।
"मेरी तो माँ झाँसी की रानी है , बिन तलवार की। जो हाथ में आया उसी से धाड़ से मार देती है "मेरी तो माँ झाँसी की रानी है , बिन तलवार की। जो हाथ में आया उसी से धाड़ से मार ...
और यह कहते कहते नीलकंठ आसमान की ऊँचाइयों में खो गया। और यह कहते कहते नीलकंठ आसमान की ऊँचाइयों में खो गया।
चुनाव सिर्फ़ दोस्ती का ही था चुनाव सिर्फ़ दोस्ती का ही था
सुरभि के चेहरे पर दृढ़ इरादों की चमक स्पष्ट दिखाई दे रही थी। सुरभि के चेहरे पर दृढ़ इरादों की चमक स्पष्ट दिखाई दे रही थी।
सारे नकारात्मक विचार तिरोहित हो चुके थे और प्रेम का अँकुर अब नन्हीं कोंपल का रूप ले रह सारे नकारात्मक विचार तिरोहित हो चुके थे और प्रेम का अँकुर अब नन्हीं कोंपल का रूप...